स्कंदपुराण मे लिखा है की एक बार भगवान की 16000 रानियां यमुना पटरानी के पास गयी ओर यमुना जी से बोली की कृष्ण के जाने के बाद हम सबको बहुत विरह है लेकिन आप खुश क्यो है??- यमुना ने उत्तर दिया की मैने कृष्ण की आत्मा यानि राधा की दासता शुरु कर दी है ईसलिए मुझे कृष्ण के जाने का विरह होता ही नही बल्कि मुझे तो कृष्ण के पास होने का ही एहसास होता है ईसलिए आप सब भी राधिका की दासता करो- कृष्ण विरह नही होगा-- श्री राधे :)
सभी स्नेही मानसप्रेमी साधकजनों को हमारी स्नेहमयी राम राम | जय सियाराम जय सियाराम जय सियाराम जय जय सियाराम श्रीरामचरितमानस– उत्तरकाण्ड दोहा संख्या 116से आगे ..... चौपाई : सुनहु...
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राधे राधे ।