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राधा रानी की आरती (बाल रूप)

आरती (बाल रूप)

आरति कीर्ति कुँवरि की कीजै,
जय जय भानुनंदिनी की जै।
कौन सुकृति अस कीरति तेरी,
सुता योगमाया भइ तेरी।
तेरी सुता स्वामिनी मेरी,
अगनित उमा रमा हैं चेरी।
मोहूँ निज सहचरि करि लीजै,
जय जय भानुनंदिनी की जै॥
जग जननी है लाली तेरी, 
जग पालन कर लाली तेरी।
लाल स्वामिनी लाली तेरी,
सोइ लाली गति मति रति मेरी।
मोहिं 'कृपालु' टुक ब्रजरस दीजै,
जय जय भानुनंदिनी की जै॥

~~ जगद्गुरुत्तम् स्वामी श्री कृपालु जी महाराज

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🌼 युगल सरकार की आरती 🌼

 आरती माधुरी                      पद संख्या २              युगल सरकार की  आरती  आरती प्रीतम , प्यारी की , कि बनवारी नथवारी की ।         दुहुँन सिर कनक - मुकुट झलकै ,                दुहुँन श्रुति कुंडल भल हलकै ,                        दुहुँन दृग प्रेम - सुधा छलकै , चसीले बैन , रसीले नैन , गँसीले सैन ,                        दुहुँन मैनन मनहारी की । दुहुँनि दृग - चितवनि पर वारी ,           दुहुँनि लट - लटकनि छवि न्यारी ,                  दुहुँनि भौं - मटकनि अति प्यारी , रसन मुखपान , हँसन मुसकान , दशन - दमकान ,                         ...

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