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श्री राधारानी का सबसे परम् प्रिय स्थान

श्री राधारानी का सबसे परम् प्रिय स्थान श्री राधाकुंड और उसके चारों और अष्ट सखियो के कुञ्ज और 1 कुञ्ज अंनग  मंजरी जी 1 कुञ्ज सुबला मंजरी जी का है

अष्ट संखियों के कुञ्ज इस प्रकार है।
सुबसे ऊपर चित्रा जी का है
चित्रानंदन कुञ्ज
एक तरफ विशाखा जी  और एक तरफ इन्दुलेखा जी को कुञ्ज
विशाखा जी के नीचे ललिता जी का कुञ्ज है और ललिता जी के सामने चम्पकलता जी का
ललिता जी के नीचे सुदेवी जी का और सुदेवी जी के सामने  रंगदेवी जी
चित्रा जी के सामने तुंगविद्या जी का

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🌼 युगल सरकार की आरती 🌼

 आरती माधुरी                      पद संख्या २              युगल सरकार की  आरती  आरती प्रीतम , प्यारी की , कि बनवारी नथवारी की ।         दुहुँन सिर कनक - मुकुट झलकै ,                दुहुँन श्रुति कुंडल भल हलकै ,                        दुहुँन दृग प्रेम - सुधा छलकै , चसीले बैन , रसीले नैन , गँसीले सैन ,                        दुहुँन मैनन मनहारी की । दुहुँनि दृग - चितवनि पर वारी ,           दुहुँनि लट - लटकनि छवि न्यारी ,                  दुहुँनि भौं - मटकनि अति प्यारी , रसन मुखपान , हँसन मुसकान , दशन - दमकान ,                         ...

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